आजकल की व्यस्त दिनचर्या, तनाव, गलत खानपान और हार्मोनल बदलावों की वजह से देरी से पीरियड्स आना बहुत सामान्य हो गया है। कई महिलाएं इस समस्या को नज़रअंदाज़ कर देती हैं, जिससे बाद में यह और गंभीर रूप ले सकता है। ऐसे में, शरीर की प्राकृतिक लय को समझना और सही पीरियड्स लाने का उपाय अपनाना बहुत जरूरी है ताकि मासिक धर्म दोबारा नियमित हो सके।
देरी से पीरियड्स आना – कारण और संकेत
हर महिला का मासिक चक्र अलग होता है, लेकिन औसतन यह हर 28 से 35 दिनों के बीच आता है। अगर आपका चक्र 35 दिन से ज्यादा लंबा हो जाए, तो इसे देरी से पीरियड्स आना कहा जाता है।
संभावित कारण:
- अत्यधिक तनाव या मानसिक दबाव
- पर्याप्त नींद न लेना या रात में देर तक जागना
- वजन में अचानक बदलाव
- पीसीओडी, थायराइड या हार्मोनल असंतुलन
- अस्वस्थ खानपान या पोषण की कमी
- गर्भनिरोधक गोलियों या दवाओं का प्रभाव
- जंक फूड और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन
कई बार महिलाएं देरी से पीरियड्स आने को गर्भधारण का संकेत समझती हैं। यह आंशिक रूप से सही है, लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता। अगर आपको यह संदेह है कि आप गर्भवती हैं, तो गर्भावस्था कैलकुलेटर की मदद से अपने चक्र की जांच कर सकती हैं।
मासिक धर्म समय पर लाना – जरूरी जीवनशैली बदलाव
मासिक धर्म को नियमित रखने का सबसे प्रभावी तरीका है अपनी दिनचर्या और जीवनशैली को सुधारना।
- नींद का पैटर्न सुधारें: हर दिन एक ही समय पर सोएं और जागें।
- संतुलित आहार लें: फल, सब्जियां, दालें, अनाज और हरी पत्तेदार सब्जियां अपने आहार में शामिल करें।
- योग और ध्यान करें: इससे तनाव कम होता है और हार्मोनल संतुलन बेहतर रहता है।
- हल्का व्यायाम करें: तेज़ चलना, साइक्लिंग या स्ट्रेचिंग शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है।
- डिटॉक्स पर ध्यान दें: सुबह खाली पेट गर्म पानी में नींबू या मेथी पानी पीने से शरीर से टॉक्सिन्स निकलते हैं।
इन आदतों को अपनाने से न केवल मासिक धर्म समय पर लाना आसान होगा बल्कि आपकी समग्र सेहत भी सुधरेगी।
पीरियड्स नियमित करने के उपाय: असरदार घरेलू नुस्खे
अगर पीरियड्स समय पर नहीं आते, तो नीचे दिए गए घरेलू नुस्खे पीरियड्स लाने में मदद कर सकते हैं।
1. अदरक (Ginger)
अदरक एक शक्तिशाली प्राकृतिक औषधि है जो गर्भाशय में रक्त संचार को बढ़ाती है। रोजाना सुबह गर्म पानी में कद्दूकस किया हुआ अदरक उबालकर शहद मिलाकर पीने से हार्मोन संतुलित होते हैं।
2. हल्दी (Turmeric)
हल्दी में कर्क्यूमिन नामक तत्व होता है जो सूजन और हार्मोन असंतुलन को ठीक करता है। रात में हल्दी वाला दूध पीने से शरीर में गर्मी बढ़ती है और पीरियड्स लाने का उपाय के रूप में यह बहुत असरदार है।
3. अजवाइन और गुड़
अजवाइन पेट को गर्म रखती है और गुड़ ब्लड फ्लो को बढ़ाता है। इन्हें पानी में उबालकर पीने से मासिक धर्म जल्दी आता है।
4. पपीता
कच्चे पपीते में मौजूद करपेन तत्व गर्भाशय की मांसपेशियों को सक्रिय करता है, जिससे ब्लीडिंग शुरू होती है।
5. तिल के बीज
तिल शरीर को गर्म रखते हैं और हार्मोन को बैलेंस करते हैं। सर्दियों में रोज तिल और गुड़ का लड्डू खाना पीरियड्स नियमित करने के उपाय में से एक लोकप्रिय तरीका है।
6. दालचीनी और मेथी
दालचीनी का सेवन गर्भाशय में गर्मी बढ़ाता है और ब्लड फ्लो को प्रोत्साहित करता है। वहीं, मेथी हार्मोन को संतुलित करती है।
इसके अलावा, कई महिलाओं को जब पीरियड्स देरी से आते हैं, तो वे यह जानना चाहती हैं कि पीरियड्स मिस होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है ताकि यह समझा जा सके कि यह देरी गर्भधारण के कारण है या हार्मोनल असंतुलन से।
अगर इन घरेलू नुस्खों के बाद भी मासिक धर्म नियमित नहीं होता, तो शरीर में किसी गहरे पोषक तत्व की कमी हो सकती है। ऐसे में विटामिन B6, आयरन और मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे चुकंदर, सूखे मेवे और हरी सब्जियों का सेवन बढ़ाएं।
हर्बल उपाय मासिक धर्म – प्राकृतिक तरीके से राहत
आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियाँ हैं जो महिलाओं के हार्मोनल स्वास्थ्य को संतुलित करती हैं।
- अशोक चूर्ण: गर्भाशय को मजबूत बनाता है और ब्लीडिंग को संतुलित करता है।
- लोध्र: यह गर्भाशय की सूजन और दर्द को कम करता है।
- शतावरी: महिलाओं के हार्मोन को नियंत्रित कर मासिक धर्म को नियमित करती है।
- त्रिफला चूर्ण: शरीर को डिटॉक्स करता है और पाचन में सुधार लाता है।
इन हर्बल उपाय मासिक धर्म को अपनाने से शरीर धीरे-धीरे प्राकृतिक संतुलन में लौट आता है।
लेट पीरियड्स के कारण: कब लें डॉक्टर की सलाह
कई बार देरी से पीरियड्स आना सिर्फ जीवनशैली का परिणाम नहीं होता, बल्कि यह किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है।
अगर दो से तीन महीने लगातार पीरियड्स नहीं आए, ब्लीडिंग बहुत कम हो रही है, या अत्यधिक दर्द महसूस हो रहा है, तो यह लेट पीरियड्स के कारण में शामिल मेडिकल समस्याओं का परिणाम हो सकता है — जैसे कि PCOD, थायराइड, या गर्भाशय से संबंधित संक्रमण।
डॉक्टर से सलाह लें अगर:
- बहुत अधिक या बहुत कम ब्लीडिंग हो
- हर बार पीरियड्स में तेज दर्द या ऐंठन हो
- चेहरे या शरीर पर अनचाहे बाल उगने लगें
- वजन असामान्य रूप से बढ़े या घटे
- गर्भधारण की संभावना हो
इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना आगे चलकर सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। अगर पेट में अत्यधिक दर्द हो तो पीरियड्स पेन रिलीफ के घरेलू उपाय भी राहत दे सकते हैं।
निष्कर्ष
महिलाओं के स्वास्थ्य में मासिक धर्म की नियमितता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अगर देरी से पीरियड्स आना आपकी दिनचर्या को प्रभावित कर रहा है, तो इसे हल्के में न लें। समय पर जांच, डॉक्टर की सलाह और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना इस समस्या का स्थायी समाधान है।
पीरियड्स लाने का उपाय तभी असरदार होता है जब उसे सही तरीके से अपनाया जाए जैसे संतुलित आहार, योग, नींद और तनावमुक्त रहना। घरेलू नुस्खे और आयुर्वेदिक उपाय पीरियड्स लाने के साथ, आपको अपने शरीर की प्राकृतिक लय को समझना और उसका ख्याल रखना भी जरूरी है।
अगर आप अपने मासिक चक्र को ट्रैक करें, शरीर के संकेतों को पहचानें और प्राकृतिक उपायों को अपनाएं, तो धीरे-धीरे आपका चक्र सामान्य होने लगेगा।
महत्वपूर्ण यह है कि अगर बार-बार अनियमितता हो रही है, तो केवल घरेलू उपायों पर निर्भर न रहें एक योग्य स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। इस तरह आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती हैं और जीवन को तनावमुक्त और संतुलित रख सकती हैं।


