अक्सर महिलाएं घरेलू जिम्मेदारियों या ऑफिस के काम के कारण अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देती हैं। लगातार बैठकर काम करना, पर्याप्त पानी न पीना और तनाव इस समस्या को और बढ़ा सकता है। यही वजह है कि निचले पेट में दर्द को हल्के में लेना सही नहीं माना जाता।

महिलाओं में निचले पेट में दर्द क्या होता है?

महिलाओं में निचले पेट में दर्द न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। यह दर्द कभी अचानक शुरू होता है और कभी धीरे-धीरे बढ़ता है। कुछ महिलाओं को सुबह उठते ही पेट के नीचे भारीपन महसूस होता है, तो कुछ को देर तक बैठने या खड़े रहने के बाद।

मेडिकल भाषा में इसे लोअर एब्डोमिनल पेन कहा जाता है, जो कभी हल्का खिंचाव होता है तो कभी तेज ऐंठन जैसा। दर्द की तीव्रता से ही महिलाओं पेट दर्द कारण का अंदाजा लगाया जा सकता है। यही कारण है कि दर्द के प्रकार को समझना उतना ही जरूरी है, जितना उसके इलाज को जानना।

महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के प्रमुख कारण

1. पीरियड्स दर्द कारण

पीरियड्स के दौरान पेट के नीचे दर्द होना लगभग हर महिला की आम समस्या है। कुछ महिलाओं में यह दर्द पहले दिन ज्यादा होता है, जबकि कुछ को पूरे पीरियड्स के दौरान परेशानी होती है। यह स्थिति हार्मोनल बदलाव के कारण होती है।

अगर दर्द के साथ थकान, उल्टी या बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, तो यह सामान्य पीरियड्स दर्द कारण से ज्यादा गंभीर समस्या की ओर इशारा कर सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक हो जाता है।

2. ओव्यूलेशन के कारण पेट दर्द

ओव्यूलेशन के दौरान होने वाला निचले पेट में दर्द आमतौर पर हल्का होता है, लेकिन कुछ महिलाओं में यह तेज भी हो सकता है। यह दर्द अंडा निकलने के कारण होता है और अधिकतर एक तरफ महसूस होता है।

जो महिलाएं अपनी साइकिल को ट्रैक करती हैं, वे इस लोअर एब्डोमिनल पेन को आसानी से पहचान सकती हैं। हालांकि, अगर यह दर्द असहनीय होने लगे, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

3. गायनेकोलॉजिकल दर्द समस्या

कई बार महिलाओं पेट दर्द कारण गंभीर स्त्री रोगों से जुड़े होते हैं। पीसीओडी, एंडोमेट्रियोसिस और फाइब्रॉइड्स जैसी गायनेकोलॉजिकल दर्द समस्या में दर्द लंबे समय तक बना रह सकता है।

इन समस्याओं में केवल पेट के नीचे दर्द ही नहीं, बल्कि मूड स्विंग्स, वजन बढ़ना, चेहरे पर मुंहासे और कमजोरी जैसी परेशानी भी सामने आती है। सही समय पर जांच और इलाज से स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।

4. गर्भावस्था से जुड़ा पेट के नीचे दर्द

गर्भावस्था के समय शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। शुरुआती महीनों में हल्का निचले पेट में दर्द सामान्य माना जाता है। यह गर्भाशय और लिगामेंट्स के खिंचने के कारण होता है।

अगर आप विस्तार से जानना चाहती हैं कि
👉 प्रेगनेंसी में पेट के निचले हिस्से में दर्द क्यों होता है,
तो दी गई जानकारी आपकी शंकाएं दूर कर सकती है।

हालांकि, अगर यह दर्द तेज़ हो जाए या ब्लीडिंग के साथ दिखे, तो इसे हल्के में न लें।

5. यूरिन इन्फेक्शन (UTI)

यूरिन इन्फेक्शन की वजह से भी महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। लंबे समय तक पेशाब रोकना, कम पानी पीना और साफ-सफाई में कमी इसकी वजह हो सकती है।

शुरुआती लक्षणों को पहचान कर इलाज शुरू करने से लोअर एब्डोमिनल पेन और अन्य जटिलताओं से बचा जा सकता है।

6. पाचन और यौन जीवन से जुड़ी वजहें

गैस, कब्ज और अपच के कारण अक्सर महिलाओं को पेट के नीचे दर्द महसूस होता है। अनियमित खान-पान और फाइबर की कमी इस समस्या को बढ़ा देती है।

साथ ही, कई महिलाएं यौन जीवन से जुड़े सवालों को लेकर तनाव में रहती हैं। ऐसे में यह जानना फायदेमंद हो सकता है कि
👉 1 दिन में कितनी बार करना चाहिए,
ताकि शारीरिक और मानसिक संतुलन बना रहे और तनाव के कारण होने वाला दर्द कम हो।

महिलाओं में निचले पेट में दर्द के लक्षण

महिलाओं में निचले पेट में दर्द के साथ कई तरह के शारीरिक लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ये लक्षण दर्द के कारण और उसकी गंभीरता पर निर्भर करते हैं।

मुख्य लक्षण:

  • पेट के नीचे लगातार या रुक-रुक कर दर्द होना
  • भारीपन, सूजन या खिंचाव महसूस होना
  • पीठ, कमर या जांघों तक दर्द फैलना
  • थकान, कमजोरी या चक्कर आना
  • पीरियड्स में बदलाव या असामान्य ब्लीडिंग

इन लक्षणों के साथ दर्द बना रहे तो इसे सामान्य समझकर नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

महिलाओं पेट दर्द कारण जानने के लिए जांच

अगर दर्द लंबे समय तक बना रहता है या बार-बार होता है, तो सही कारण जानने के लिए जांच करवाना जरूरी होता है। जांच से यह समझने में मदद मिलती है कि समस्या सामान्य है या किसी गंभीर बीमारी से जुड़ी है।

आम जांचें जो डॉक्टर सलाह देते हैं:

  • अल्ट्रासाउंड (पेल्विक या एब्डोमिनल)
  • ब्लड टेस्ट (हार्मोन या इंफेक्शन की जांच)
  • यूरिन टेस्ट (UTI की पहचान के लिए)
  • पेल्विक एग्ज़ामिनेशन

सही समय पर जांच कराने से महिलाओं पेट दर्द कारण का पता जल्दी चलता है और इलाज आसान हो जाता है।

महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द का इलाज

1. घरेलू उपाय

गर्म पानी की बोतल से सिकाई, पर्याप्त आराम और हल्की एक्सरसाइज निचले पेट में दर्द को कम करने में काफी मददगार होती है। इसके साथ ही कैफीन और जंक फूड से दूरी बनाना भी जरूरी है।

2. लाइफस्टाइल में बदलाव

नियमित दिनचर्या अपनाना महिलाओं के लिए बेहद जरूरी है। तनाव कम करने, योग करने और संतुलित आहार लेने से महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण काफी हद तक नियंत्रित हो जाते हैं।

3. सावधानी और मेडिकल सलाह

प्रेगनेंसी के दौरान कुछ स्थितियों में शारीरिक दूरी भी जरूरी मानी जाती है। इसलिए यह जानना फायदेमंद है कि
👉 प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए,
ताकि मां और बच्चे दोनों सुरक्षित रहें और किसी भी जटिलता से बचा जा सके।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

अगर पेट के नीचे दर्द लगातार बना रहे, तेज होता जाए या ब्लीडिंग, बुखार और कमजोरी के साथ हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण कई हो सकते हैं कुछ सामान्य और कुछ गंभीर। सही जानकारी, सतर्कता और समय पर इलाज से इस समस्या को आसानी से मैनेज किया जा सकता है। महिलाओं को अपने शरीर के संकेतों को समझना चाहिए और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की सलाह जरूर लेनी चाहिए।