कैल्शियम शिशु की हड्डियों, दाँतों और तंत्रिका तंत्र के विकास में मदद करता है, जबकि प्रोटीन मांसपेशियों, कोशिकाओं और ऊतकों के निर्माण के लिए आवश्यक होता है। सही मात्रा में हड्डियों के लिए जरूरी पोषण लेना माँ और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद होता है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि प्रेगनेंसी न्यूट्रिशन के लिए कैल्शियम और प्रोटीन क्यों जरूरी हैं, इनकी सही मात्रा कितनी होनी चाहिए और प्राकृतिक स्रोत कौन-कौन से हैं।
गर्भावस्था में कैल्शियम का महत्व
- शिशु की हड्डियों, दाँतों, हृदय, मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए कैल्शियम आवश्यक होता है।
- गर्भावस्था के दौरान यदि माँ के शरीर में कैल्शियम की कमी होती है, तो शिशु माँ की हड्डियों से कैल्शियम लेना शुरू कर देता है, जिससे भविष्य में माँ को ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों के कमजोर होने) का खतरा हो सकता है।
- कैल्शियम गर्भाशय की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर डिलीवरी को आसान बनाता है।
गर्भावस्था में कैल्शियम की सही मात्रा
गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 1000-1200 मिलीग्राम कैल्शियम लेना चाहिए।
यदि माँ को पहले से ही कैल्शियम की कमी हो, तो डॉक्टर सप्लीमेंट लेने की सलाह दे सकते हैं।
प्राकृतिक रूप से कैल्शियम युक्त आहार
कैल्शियम युक्त आहार में क्या खाएं?
डेयरी प्रोडक्ट्स:
- दूध, दही, पनीर
- चीज़, छाछ
हरी सब्जियाँ:
- पालक, मेथी, ब्रोकली
- सरसों के पत्ते
सूखे मेवे और बीज:
- तिल के बीज, बादाम, अखरोट
- अलसी और चिया सीड्स
अन्य स्रोत:
- सोयाबीन और टोफू
- ओट्स और रागी
- संतरा और अंजीर
कैल्शियम का बेहतर अवशोषण कैसे हो?
- कैल्शियम का सही अवशोषण करने के लिए विटामिन D युक्त आहार (सूरज की रोशनी, मछली, अंडे) के साथ लें।
- अत्यधिक चाय, कॉफी और सोडा न लें, क्योंकि इससे कैल्शियम का अवशोषण कम हो सकता है।
प्रेगनेंसी में प्रोटीन का महत्व
- प्रोटीन माँ और शिशु दोनों के लिए बेहद जरूरी होता है, क्योंकि यह शिशु की कोशिकाओं, ऊतकों, मांसपेशियों और दिमाग के विकास में मदद करता है।
- यह माँ की ऊर्जा बनाए रखने, मांसपेशियों की मरम्मत और डिलीवरी के बाद रिकवरी में सहायता करता है।
- प्रोटीन गर्भावस्था के दौरान वजन को संतुलित बनाए रखने और अधिक वजन बढ़ने से बचाने में मदद करता है।
गर्भावस्था में प्रोटीन की सही मात्रा
गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 70-100 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
यदि माँ का वजन पहले से कम है या डॉक्टर की सलाह हो, तो प्रोटीन सप्लीमेंट भी लिया जा सकता है।
प्राकृतिक रूप से प्रोटीन युक्त आहार
प्रोटीन युक्त आहार में क्या खाएं?
डेयरी प्रोडक्ट्स:
- दूध, दही, पनीर
- टोफू और सोया प्रोडक्ट्स
प्लांट-बेस्ड प्रोटीन:
- चना, मूँग दाल, मसूर दाल
- राजमा, सोयाबीन, हरी मटर
नट्स और बीज:
- बादाम, अखरोट, मूँगफली
- कद्दू के बीज, चिया सीड्स
नॉन-वेजिटेरियन स्रोत:
- अंडे, मछली, चिकन
- साल्मन और टूना
प्रोटीन के सही अवशोषण के लिए:
- प्रोटीन के साथ आयरन युक्त आहार लें (जैसे हरी सब्जियाँ और बीन्स)।
- बहुत ज्यादा तला-भुना या प्रोसेस्ड मीट न खाएं।
गर्भावस्था में कैल्शियम और प्रोटीन की कमी के लक्षण
अगर माँ के शरीर में कैल्शियम और प्रोटीन की कमी हो जाती है, तो इसके लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:
कैल्शियम की कमी के लक्षण:
- हड्डियों और दाँतों में कमजोरी
- मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द
- जल्दी थकान महसूस होना
प्रोटीन की कमी के लक्षण:
- अत्यधिक कमजोरी और थकान
- बालों का झड़ना
- शिशु का विकास धीमा होना
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
गर्भावस्था में कैल्शियम और प्रोटीन सप्लीमेंट्स की भूमिका
- प्राकृतिक आहार से सभी पोषक तत्व मिलना जरूरी है, लेकिन कई बार भोजन से पर्याप्त कैल्शियम और प्रोटीन नहीं मिल पाता।
- डॉक्टर की सलाह से प्रेगनेंसी सप्लीमेंट्स लेना फायदेमंद हो सकता है।
- कैल्शियम और प्रोटीन के सप्लीमेंट्स का नियमित सेवन करने से हड्डियों की मजबूती और मांसपेशियों के विकास में मदद मिलती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. क्या गर्भावस्था में कैल्शियम और प्रोटीन की अधिक मात्रा लेना हानिकारक हो सकता है?
हाँ, अत्यधिक कैल्शियम से गुर्दे की पथरी और अपच हो सकता है, जबकि अधिक प्रोटीन पाचन तंत्र पर असर डाल सकता है।
2. क्या केवल आहार से पर्याप्त कैल्शियम और प्रोटीन मिल सकता है?
हाँ, लेकिन यदि माँ को पोषण की कमी हो, तो डॉक्टर सप्लीमेंट लेने की सलाह दे सकते हैं।
3. क्या डेयरी प्रोडक्ट्स के अलावा कैल्शियम के अन्य अच्छे स्रोत हैं?
हाँ, हरी सब्जियाँ, सूखे मेवे, सोया प्रोडक्ट्स और तिल अच्छे स्रोत हैं।
4. क्या प्रोटीन केवल नॉन-वेजिटेरियन भोजन में पाया जाता है?
नहीं, दालें, सोयाबीन, नट्स और बीज भी अच्छे प्रोटीन स्रोत हैं।
5. क्या गर्भावस्था में प्रोटीन पाउडर लेना सुरक्षित है?
हाँ, लेकिन केवल डॉक्टर की सलाह से।
निष्कर्ष
- गर्भावस्था में कैल्शियम माँ की हड्डियों की मजबूती और शिशु के विकास के लिए जरूरी है।
- प्रेगनेंसी में प्रोटीन डाइट शिशु के मांसपेशियों और ऊतकों के निर्माण में मदद करती है।
- हड्डियों के लिए जरूरी पोषण सही आहार और संतुलित सप्लीमेंट्स के माध्यम से पूरा किया जा सकता है।
- प्रेगनेंसी न्यूट्रिशन संतुलित आहार से प्राप्त किया जा सकता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सप्लीमेंट्स की सलाह लें।