प्रेगनेंसी में सेक्स सुरक्षित है या नहीं, यह सवाल हर दंपत्ति के मन में आता है। इस विषय पर कई मिथक और गलतफहमियाँ फैली हुई हैं, इसलिए जरूरी है कि इस पर सही और वैज्ञानिक जानकारी ली जाए। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि प्रेगनेंसी में संबंध बनाना कितना सुरक्षित है, इसके क्या लाभ और सावधानियाँ हैं, और किन परिस्थितियों में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
गर्भावस्था में सेक्स करना सुरक्षित है या नहीं?
- हाँ, सामान्य गर्भावस्था में सेक्स करना पूरी तरह सुरक्षित होता है, जब तक कि डॉक्टर ने किसी विशेष कारण से मना न किया हो।
- गर्भाशय में मौजूद एम्नियोटिक फ्लूइड और मजबूत यूटेराइन मसल्स शिशु की सुरक्षा करते हैं, जिससे उसे किसी तरह की चोट नहीं पहुँचती।
- अगर गर्भावस्था सामान्य रूप से आगे बढ़ रही है, तो दंपत्ति गर्भावस्था में इंटिमेसी को एन्जॉय कर सकते हैं।
हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में डॉक्टर सेक्स करने से मना कर सकते हैं।
गर्भावस्था में सेक्स करने के फायदे
1. तनाव और चिंता को कम करता है
- गर्भावस्था में सेक्स करने से शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे तनाव कम होता है और मूड बेहतर होता है।
2. नींद में सुधार करता है
- सेक्स के बाद शरीर को गहरी नींद लेने में मदद मिलती है, जिससे गर्भवती महिला को आराम मिलता है।
3. ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है
- सेक्स करने से शरीर में रक्त प्रवाह बढ़ता है, जिससे शिशु तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व सही मात्रा में पहुँचते हैं।
4. इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है
- नियमित रूप से इंटिमेसी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे गर्भवती महिला को संक्रमण का खतरा कम होता है।
5. रिश्ते को मजबूत बनाता है
- गर्भावस्था के दौरान इंटिमेसी से दंपत्ति के बीच नजदीकियाँ बढ़ती हैं और आपसी समझ विकसित होती है।
गर्भावस्था के दौरान सेक्स कब नहीं करना चाहिए?
डॉक्टर कुछ स्थितियों में सेक्स करने से मना कर सकते हैं, जैसे कि:
- प्रीटर्म लेबर (समय से पहले प्रसव) का खतरा हो।
- प्लेसेंटा प्रिविया (Placenta Previa) हो, यानी प्लेसेंटा गर्भाशय के निचले हिस्से को कवर कर रहा हो।
- योनि से ब्लीडिंग या असामान्य डिस्चार्ज हो।
- पिछली गर्भावस्था में गर्भपात (Miscarriage) या प्रीटर्म बर्थ हुआ हो।
- सर्विक्स कमजोर हो, जिससे समय से पहले डिलीवरी का खतरा हो।
- किसी यौन संचारित रोग (STD) का संदेह हो।
अगर इनमें से कोई भी लक्षण हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
गर्भावस्था के विभिन्न चरणों में सेक्स करना
1. पहली तिमाही (0-12 सप्ताह)
क्या सुरक्षित है?
- पहली तिमाही में सेक्स करना सुरक्षित होता है, लेकिन इस दौरान हार्मोनल बदलाव और मतली (Morning Sickness) के कारण कुछ महिलाएँ असहज महसूस कर सकती हैं।
क्या सावधानी बरतें?
- बहुत गहरे या तेज़ सेक्स से बचें, क्योंकि इस दौरान गर्भाशय संवेदनशील हो सकता है।
2. दूसरी तिमाही (13-27 सप्ताह)
क्या सुरक्षित है?
- इस तिमाही को “हनीमून पीरियड” कहा जाता है, क्योंकि इस दौरान महिलाओं में ऊर्जा बढ़ती है और कामेच्छा भी सामान्य रहती है।
क्या सावधानी बरतें?
- अधिक आरामदायक सेक्स पोजीशन अपनाएँ, जिससे गर्भाशय पर दबाव न पड़े।
3. तीसरी तिमाही (28-40 सप्ताह)
क्या सुरक्षित है?
- तीसरी तिमाही में भी सेक्स करना सुरक्षित होता है, लेकिन इस दौरान बढ़े हुए पेट के कारण आरामदायक पोज़िशन चुनना जरूरी होता है।
क्या सावधानी बरतें?
- बहुत ज्यादा थकान महसूस होने पर सेक्स से बचें।
- यदि गर्भाशय में संकुचन (Contractions) महसूस हों, तो डॉक्टर से सलाह लें।
गर्भावस्था में सुरक्षित सेक्स के लिए टिप्स
आरामदायक पोज़िशन चुनें – मिशनरी पोज़िशन से बचें, क्योंकि इससे पेट पर दबाव पड़ सकता है।
अपने शरीर की सुनें – अगर किसी भी समय असहज महसूस हो, तो सेक्स न करें।
साफ-सफाई का ध्यान रखें – किसी भी संक्रमण से बचने के लिए हाइजीन मेंटेन करें।
डॉक्टर से सलाह लें – अगर कोई जटिलता हो, तो पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
निष्कर्ष
- गर्भावस्था में सेक्स करना आमतौर पर सुरक्षित होता है, लेकिन कुछ विशेष स्थितियों में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
- प्रेगनेंसी में सेक्स सुरक्षित है या नहीं, यह गर्भवती महिला के स्वास्थ्य और आराम पर निर्भर करता है।
- प्रेगनेंसी में संबंध बनाना पूरी तरह सुरक्षित है, जब तक कोई चिकित्सीय जटिलता न हो।
- गर्भावस्था में इंटिमेसी को लेकर दंपत्ति को खुलकर बात करनी चाहिए और अपने डॉक्टर से उचित परामर्श लेना चाहिए।
अगर आपकी गर्भावस्था सामान्य है और कोई जोखिम नहीं है, तो इस खूबसूरत सफर का आनंद लें और अपने रिश्ते को मजबूत बनाएं!


