सिजेरियन डिलीवरी के बाद संबंध
गर्भावस्था में सेक्स और संबंध

सिजेरियन डिलीवरी के बाद संबंध कब बनाना सुरक्षित है? पूरी जानकारी

04.12.2025

सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला के शरीर को पूरी तरह ठीक होने में समय लगता है। डिलीवरी के बाद शरीर में चोट, थकान और हार्मोनल बदलाव होते हैं। इस समय बहुत महिलाओं और उनके पति के मन में सवाल उठता है कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद संबंध कब शुरू करना सुरक्षित है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। सही जानकारी और सही समय पर संबंध बनाने से मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता।

2 महीने की प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए
गर्भावस्था में आहार और पोषण

2 महीने की प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए? सही आहार और न्यूट्रिशन गाइड

04.12.2025

2 महीने की प्रेगनेंसी गर्भावस्था का बेहद अहम और नाजुक चरण होता है। इस समय गर्भस्थ शिशु के दिल की धड़कन, दिमाग, रीढ़ की हड्डी और अन्य जरूरी अंगों का विकास शुरू हो जाता है। वहीं माँ के शरीर में हार्मोनल बदलाव तेज़ी से होते हैं, जिससे उल्टी, मतली, थकान, चक्कर और भूख कम लगने जैसी समस्याएँ सामने आ सकती हैं। ऐसे में सही पोषण और संतुलित आहार लेना माँ और बच्चे दोनों के लिए बहुत जरूरी हो जाता है।

2 महीने की प्रेगनेंसी में पेट दर्द क्यों होता है
गर्भावस्था में स्वास्थ्य समस्याएं और उसकी देखभाल

2 महीने की प्रेगनेंसी में पेट दर्द क्यों होता है: जानें कारण और राहत के उपाय

03.12.2025

प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। ऐसे में कई गर्भवती महिलाओं के मन में यह सवाल आता है कि 2 महीने की प्रेगनेंसी में पेट दर्द क्यों होता है और क्या यह सामान्य है या किसी परेशानी का संकेत। दूसरे महीने में पेट में हल्का दर्द, खिंचाव या ऐंठन महसूस होना काफी आम बात है, लेकिन हर दर्द को नजरअंदाज करना सही नहीं होता।

गर्भ संस्कार

गर्भ संस्कार: एक स्वस्थ और होशियार बच्चे के लिए

गर्भावस्था में सही विचार, सकारात्मक ऊर्जा और संस्कारों से एक बुद्धिमान और स्वस्थ बच्चे का निर्माण।

दिव्य गर्भ संस्कार विज्ञान

दिव्य गर्भ संस्कार विज्ञान

भारतीय ऋषियों द्वारा गर्भ विद्या, माता-पिता शिक्षा और परिवार सशक्तिकरण के लिए वैदिक विज्ञान मार्गदर्शिका
गर्भधारण की योजना से लेकर बच्चे के जन्म तक हर महत्वपूर्ण चरण में संस्कार और देखभाल के सुझाव।

9 महीने में डिलीवरी होने के लक्षण
गर्भावस्था के लक्षण और बदलाव

9 महीने में डिलीवरी होने के लक्षण: पहचानें लेबर के शुरुआती संकेत

05.11.2025

गर्भावस्था का नौवां महीना हर माँ के लिए बेहद खास और भावनात्मक समय होता है। इस समय तक बच्चा पूरी तरह विकसित हो जाता है और कभी भी जन्म ले सकता है। इसलिए शरीर में होने वाले हर छोटे-बड़े बदलाव को समझना बहुत जरूरी होता है। कई बार महिलाएं यह पहचान नहीं पातीं कि जो दर्द या असहजता महसूस हो रही है, वह लेबर पेन के शुरुआती लक्षण हैं या सामान्य गर्भावस्था के संकेत।

सिजेरियन डिलीवरी के कितने दिन बाद पीरियड आता है
पीरियड्स

सिजेरियन डिलीवरी के कितने दिन बाद पीरियड आता है: पूरी जानकारी और कारण

05.11.2025

सिजेरियन डिलीवरी के कितने दिन बाद पीरियड आता है, यह सवाल हर नई मां के मन में आता है। डिलीवरी के बाद शरीर में कई बड़े बदलाव होते हैं जैसे हार्मोनल असंतुलन, शारीरिक कमजोरी, और मानसिक तनाव। सी-सेक्शन एक सर्जरी होती है, इसलिए शरीर को सामान्य होने में समय लगता है। यही कारण है कि मासिक धर्म (पीरियड्स) अक्सर देर से शुरू होते हैं।

4 महीने की प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए
गर्भावस्था में आहार और पोषण

4 महीने की प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए: मां और बच्चे के लिए हेल्दी डाइट चार्ट

03.11.2025

गर्भावस्था का चौथा महीना एक बेहद महत्वपूर्ण चरण होता है क्योंकि इस समय बच्चे का विकास तेजी से होने लगता है। इस समय से भ्रूण की हड्डियां मजबूत होती हैं, अंग विकसित होते हैं और मस्तिष्क का निर्माण शुरू होता है। ऐसे में मां के शरीर को अतिरिक्त पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इसलिए […]

पीसीओडी क्यों होता है
पीसीओडी

पीसीओडी क्यों होता है? जानें इसके मुख्य कारण और लक्षण

03.11.2025

आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में महिलाएं कई तरह के शारीरिक और मानसिक तनावों से गुजरती हैं। असंतुलित खानपान, नींद की कमी और मानसिक दबाव ये सभी मिलकर शरीर के हार्मोनल सिस्टम को प्रभावित करते हैं। यही कारण है कि आज पीसीओडी (Polycystic Ovarian Disease) जैसी समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है।

पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण
गर्भावस्था के लक्षण और बदलाव

पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण: शुरुआती संकेत पहचानें

31.10.2025

जब किसी महिला का पीरियड समय पर नहीं आता, तो मन में पहला सवाल यही उठता है क्या यह प्रेगनेंसी का संकेत है? दरअसल, गर्भधारण के शुरुआती कुछ दिनों में शरीर में ऐसे बदलाव होते हैं जो यह संकेत दे सकते हैं कि आप मां बनने वाली हैं। पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण जानना बहुत जरूरी है ताकि समय रहते सही देखभाल और मेडिकल सलाह ली जा सके।

नींबू से प्रेगनेंसी टेस्ट
प्रेगनेंसी के लक्षण

क्या नींबू से प्रेगनेंसी टेस्ट संभव है? जानें सच, तरीका और सावधानियां

31.10.2025

हर महिला के जीवन में वह पल बेहद खास होता है जब उसे लगता है कि वह गर्भवती हो सकती है। उस समय मन में कई सवाल उठते हैं “क्या मैं सच में प्रेग्नेंट हूं?”, “टेस्ट कब करना चाहिए?”, और “क्या घर पर ही इसका पता लगाया जा सकता है?” ऐसे में बहुत सी महिलाएं इंटरनेट पर खोजती हैं घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट तरीके, जिनमें सबसे लोकप्रिय नाम आता है नींबू से प्रेगनेंसी टेस्ट का।

पीरियड्स लाने का उपाय
पीरियड्स

पीरियड्स लाने का उपाय: देरी से आने वाले मासिक धर्म के घरेलू इलाज

30.10.2025

महिलाओं के जीवन में मासिक धर्म (Periods) एक बेहद जरूरी जैविक प्रक्रिया है। यह शरीर की शुद्धि और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब पीरियड्स नियमित आते हैं, तो इसका अर्थ है कि शरीर सही तरह से काम कर रहा है। लेकिन जब यह चक्र देर से आता है या अनियमित हो जाता है, तो यह किसी असंतुलन का संकेत होता है।

8 month pregnancy in hindi
गर्भावस्था में जीवनशैली और देखभाल

8 Month Pregnancy in Hindi: गर्भावस्था के आठवें महीने की पूरी जानकारी

30.10.2025

गर्भावस्था का आठवां महीना मां के लिए भावनात्मक और शारीरिक दोनों रूप से चुनौतीपूर्ण होता है। इस समय तक महिला का शरीर काफी हद तक बदल चुका होता है - पेट बड़ा हो जाता है, चलने-फिरने में थोड़ी कठिनाई महसूस हो सकती है और सांस फूलने जैसी समस्या भी हो सकती है। इस समय शरीर के साथ-साथ मन को भी शांति में रखना जरूरी होता है क्योंकि भावनात्मक स्थिरता बच्चे के विकास पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।

३ महीने की प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना
गर्भावस्था में स्वास्थ्य समस्याएं और उसकी देखभाल

३ महीने की प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना: कारण, सावधानियां और डॉक्टर की सलाह

29.10.2025

गर्भावस्था का तीसरा महीना (12वां हफ्ता) हर महिला के लिए बहुत खास होता है क्योंकि इस समय भ्रूण एक मजबूत रूप लेना शुरू करता है। माँ के शरीर में हार्मोनल बदलाव तेज़ी से होते हैं, जिससे कई तरह के शारीरिक और मानसिक परिवर्तन महसूस होते हैं। ऐसे में अगर ३ महीने की प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना जैसी समस्या सामने आए, तो यह स्वाभाविक है कि चिंता बढ़ जाती है। हालांकि, जरूरी यह है कि हर महिला यह समझे कि हर ब्लीडिंग गर्भपात का संकेत नहीं होती।