महिलाओं के लिए नियमित मासिक धर्म (Menstrual Cycle) उनके हार्मोनल संतुलन और प्रजनन स्वास्थ्य का संकेत होता है। लेकिन जब पीरियड कम आने लगते हैं या बहुत हल्के हो जाते हैं, तो यह शरीर में हो रहे किसी बदलाव या समस्या का संकेत हो सकता है। पीरियड कम आने के नुकसान केवल अस्थायी नहीं होते, बल्कि लंबे समय में प्रजनन क्षमता और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित कर सकते हैं।
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पीसीओएस और पीसीओडी के लिए आहार और उपचार
आज के समय में पीसीओडी (Polycystic Ovarian Disease) महिलाओं में बहुत आम समस्या बन चुकी है। यह हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी एक स्थिति है जिसमें अंडाशय (ovaries) में छोटे-छोटे सिस्ट बनने लगते हैं, जिससे ओव्यूलेशन प्रभावित होता है। नतीजा यह होता है कि मासिक धर्म यानी पीरियड्स अनियमित या कई बार महीनों तक बंद हो […]
गर्भावस्था का नौवां महीना हर माँ के लिए बेहद खास और भावनात्मक समय होता है। इस समय तक बच्चा पूरी तरह विकसित हो जाता है और कभी भी जन्म ले सकता है। इसलिए शरीर में होने वाले हर छोटे-बड़े बदलाव को समझना बहुत जरूरी होता है। कई बार महिलाएं यह पहचान नहीं पातीं कि जो दर्द या असहजता महसूस हो रही है, वह लेबर पेन के शुरुआती लक्षण हैं या सामान्य गर्भावस्था के संकेत।
दिव्य गर्भ संस्कार विज्ञान
पीरियड्स में ब्लीडिंग महिलाओं के स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक होती है। आमतौर पर पीरियड्स 3 से 7 दिन तक चलते हैं और ब्लीडिंग की मात्रा महिला के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। लेकिन यदि पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है या बहुत कम ब्लीडिंग हो रही है, तो यह मासिक धर्म के असंतुलन का संकेत हो सकता है।
महिला प्रजनन क्षमता को बनाए रखने में अंडाशय की उम्र (Ovarian Age) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उम्र बढ़ने के साथ अंडाशय में अंडाणुओं की संख्या और गुणवत्ता में गिरावट आ सकती है, जिससे गर्भधारण कठिन हो सकता है। अगर आप जानना चाहती हैं कि "अंडाणु की उम्र कैसे जांचें?", तो ओवेरियन एज टेस्ट और ओवेरियन रिजर्व चेकअप आपकी फर्टिलिटी क्षमता का आकलन करने के लिए जरूरी हैं।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) और पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर (PCOD) महिलाओं में आम हार्मोनल समस्या हैं। ये अनियमित मासिक धर्म, वजन बढ़ना, बालों का झड़ना जैसी परेशानियां पैदा कर सकती हैं। हालांकि, सही खान-पान अपनाकर इन्हें नियंत्रण में रखा जा सकता है। इस लेख में जानिए कि पीसीओएस और पीसीओडी में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए ताकि आपका हार्मोनल संतुलन बेहतर हो।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) महिलाओं में होने वाला एक आम हार्मोनल विकार है, जो अनियमित पीरियड्स, मुंहासे, बाल झड़ना, और वजन बढ़ने जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। पीसीओएस और वजन बढ़ना एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, क्योंकि यह स्थिति इंसुलिन रेजिस्टेंस, हार्मोनल असंतुलन, और धीमी मेटाबॉलिज्म की वजह से वजन को बढ़ाने का कारण बन सकती है।

