सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला के शरीर को पूरी तरह ठीक होने में समय लगता है। डिलीवरी के बाद शरीर में चोट, थकान और हार्मोनल बदलाव होते हैं। इस समय बहुत महिलाओं और उनके पति के मन में सवाल उठता है कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद संबंध कब शुरू करना सुरक्षित है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। सही जानकारी और सही समय पर संबंध बनाने से मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता।
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पीसीओएस और पीसीओडी के लिए आहार और उपचार
2 महीने की प्रेगनेंसी गर्भावस्था का बेहद अहम और नाजुक चरण होता है। इस समय गर्भस्थ शिशु के दिल की धड़कन, दिमाग, रीढ़ की हड्डी और अन्य जरूरी अंगों का विकास शुरू हो जाता है। वहीं माँ के शरीर में हार्मोनल बदलाव तेज़ी से होते हैं, जिससे उल्टी, मतली, थकान, चक्कर और भूख कम लगने जैसी समस्याएँ सामने आ सकती हैं। ऐसे में सही पोषण और संतुलित आहार लेना माँ और बच्चे दोनों के लिए बहुत जरूरी हो जाता है।
प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। ऐसे में कई गर्भवती महिलाओं के मन में यह सवाल आता है कि 2 महीने की प्रेगनेंसी में पेट दर्द क्यों होता है और क्या यह सामान्य है या किसी परेशानी का संकेत। दूसरे महीने में पेट में हल्का दर्द, खिंचाव या ऐंठन महसूस होना काफी आम बात है, लेकिन हर दर्द को नजरअंदाज करना सही नहीं होता।
दिव्य गर्भ संस्कार विज्ञान
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) और पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर (PCOD) महिलाओं में होने वाली एक आम हार्मोनल समस्या है, जो अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना, मुंहासे, बालों का झड़ना, और इनफर्टिलिटी जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। हालांकि, सही खान-पान और जीवनशैली अपनाकर इसे प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।
गर्भावस्था के दौरान संतुलित और पौष्टिक आहार माँ और शिशु दोनों के लिए बेहद आवश्यक होता है। इस समय शरीर को अतिरिक्त पोषण की जरूरत होती है, जिसे गर्भावस्था में अनाज और प्रेगनेंसी में दलिया के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। अनाज और दलिया फाइबर, प्रोटीन, आयरन, और विटामिन से भरपूर होते हैं, जो माँ के स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं और शिशु के सही विकास में मदद करते हैं।
गर्भावस्था में हर महिला अपने आहार को लेकर बेहद सतर्क हो जाती है, और यह सतर्कता जरूरी भी है क्योंकि जो भी आप खाती हैं, वह सीधे आपके बच्चे के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। ऐसे में "आम" एक ऐसा फल है जिसे लेकर अक्सर सवाल उठता है कि क्या इसे प्रेगनेंसी में खाया जा सकता है? अगर हां, तो कौनसे प्रकार के आम सबसे फायदेमंद हैं?
गर्भावस्था के समय आहार को लेकर महिलाओं में कई सवाल होते हैं, खासकर फलों को लेकर। "क्या प्रेगनेंसी में आम खा सकते हैं?" — यह सवाल गर्मी के मौसम में अधिक पूछा जाता है क्योंकि आम इस मौसम का राजा फल है। इस लेख में हम जानेंगे गर्भवती महिलाओं के लिए आम के फायदे, नुकसान और कौनसे प्रकार के आम सुरक्षित होते हैं।

